बता दें ग्राम कचांदुर के स्कूल पारा तथा गौठान पारा के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा गुड्डे गुड़ियों का विवाह का आयोजन किया जाता है जिसको पूरे छत्तीसगढ़ी परंपरा के अनुसार पूरे विधि विधान के साथ किया जाता है। बच्चों द्वारा चंदा इकट्ठा कर शादी कार्ड छपाई से लेकर मंडप्पाछादन, तेल मायन, बरात स्वागत , फेरा, टिकावान,चौथिया धरम टिका ब्राह्मण मंत्रोच्चार के साथ पूरे विधि विधान से गुड्डे गुड़ियों का विवाह कराया जाता है इस आयोजन पर पूरे गांव के लोग इस विवाह में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं तथा बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है
खास बात यह रहती है कि गुड्डा पक्ष की बरात एक दूसरे मोहल्ले से निकलकर दूसरे मोहल्ले गुड़िया से विवाह रचाने बैलगाड़ी से बारात निकलती है जोकि गांव के बीच बस्ती में रूकती है जिसको लड़की पक्ष वाले बाजे गाजे के साथ स्वागत कर नाचते गाते लड़की पक्ष के मंडप तक ले जाकर विवाह संपन्न कराते है जिसमें पूरा गांव झूमते नाचते दिखाई देता है तथा छत्तीसगढ़ की संस्कृति की झलक दिखलाती है।